उसने पूछा: क्या मैं बकरियों के बाड़े में नमाज़ पढ़ूँ? आपने फ़रमाया: हां। उसने पूछा: क्या मैं ऊँटों के रहने की जहग में…

उसने पूछा: क्या मैं बकरियों के बाड़े में नमाज़ पढ़ूँ? आपने फ़रमाया: हां। उसने पूछा: क्या मैं ऊँटों के रहने की जहग में नमाज़ पढ़ूँ? आपने फ़रमाया: नहीं।

जाबिर बिन समुर (रज़ियल्लाहु अनहु) कहते हैं कि एक व्यक्ति ने अल्लाह के रसूल (सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम) से पूछा: क्या मैं बकरी का माँस खाने पर वज़ू करुँ? आपने फ़रमाया: यदि तुम चाहो तो वज़ू करो और यदि न चाहो तो न करो। उसने पूछा: क्या मैं ऊँट का माँस खाने पर वज़ू करूँ? आपने फ़रमाया: हां, ऊँट का माँस खाने के पर वज़ू करो। उसने फिर पूछा: क्या मैं बकरियों के बाड़े में नमाज़ पढ़ूँ? आपने फ़रमाया: हां। उसने पूछा: क्या मैं ऊँटों के रहने की जगह में नमाज़ पढ़ूँ? आपने फ़रमाया: नहीं।

[सह़ीह़] [इसे मुस्लिम ने रिवायत किया है।]

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वज़ू तोड़ देने वाली चीज़ें