ऐ रुवैफ़े, हो सकता है कि तुम्हें लंबी आयु मिले। लोगों को बता देना कि जो अपनी दाढ़ी में गिरह लगाएगा, ताँत गले में…

ऐ रुवैफ़े, हो सकता है कि तुम्हें लंबी आयु मिले। लोगों को बता देना कि जो अपनी दाढ़ी में गिरह लगाएगा, ताँत गले में डालेगा या किसी पशु के गोबर अथवा हड्डी से इस्तिंजा करेगा, मुहम्मद (सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम) उससे बरी हैं।

रुवैफ़े कहते हैं कि मुझसे अल्लाह के रसूल (सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम) ने फ़रमायाः "ऐ रुवैफ़े, हो सकता है कि तुम्हें लंबी आयु मिले। लोगों को बता देना कि जो अपनी दाढ़ी में गिरह लगाएगा, ताँत गले में डालेगा या किसी पशु के गोबर अथवा हड्डी से इस्तिंजा करेगा, मुहम्मद (सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम) उससे बरी हैं।"

[सह़ीह़] [इसे नसाई ने रिवायत किया है।]

الشرح

नबी -सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम- ने यह सूचना दी है कि इस सहाबी को लंबी आयु मिलेगी और वह ऐसे लोगों को देखेंगे, जो दाढ़ी के साथ, जिसे बढ़ाने तथा सम्मान देने का आदेश है, गैर अरब अथवा विलासिता और तरलता के लोगों का अनुसरण करते हुए खिलवाड़ करेंगे। या शिर्क के साधनों का प्रयोग करके अक़ीदा-ए-तौहीद को हानि पहुँचाएँगे और परेशानी से बचने के लिए अपने गलों में ताँत पहनेंगे अथवा अपने जानवरों को पहनाएँगे। या फिर चौपायों के गोबर और हड्डियों से इस्तिंजा (पवित्रता प्राप्त) करेंगे, जिससे नबी -सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम- ने मना किया है। नबी -सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम- ने अपने उस सहाबी को वसीयत की कि लोगों को यह बात पहुँचा दें कि आपने इस तरह के लोगों से ख़ुद के बेज़ार होने का एलान किया है।

التصنيفات

उपासना (इबादत) से संबंधित एकेश्वरवाद