अल्लाह के रसूल (सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम) पर सर्दी की सुबह को भी वह्य उतरती, तो आपके ललाट पर पसीना बह पड़ता।

अल्लाह के रसूल (सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम) पर सर्दी की सुबह को भी वह्य उतरती, तो आपके ललाट पर पसीना बह पड़ता।

आइशा (रज़ियल्लाहु अन्हा) से वर्णित है, वह कहती हैं कि अल्लाह के रसूल (सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम) पर सर्दी की सुबह को भी वह्य उतरती, तो आपके ललाट पर पसीना बह पड़ता।

[सह़ीह़] [इसे मुस्लिम ने रिवायत किया है।]

الشرح

मुसलमानों की मता आइशा -रज़ियल्लाहु अनहा- इस हदीस में बता रही हैं कि अल्लाह के रसूल -सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम- पर ठंडी सुबह में वह्य आती, तो आपकी पेशानी से भारी मात्रा में पसीना बहने लगता। ऐसा वह्य की तीव्रता के कारण हुआ करता था।

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क़ुरआन का अवतरण तथा संकलन