मैंने अल्लाह के रसूल (सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम) के साथ नमाज़ पढ़ी, तो (देखा कि) आपने अपने दाहिने हाथ को अपने बाएँ हाथ…

मैंने अल्लाह के रसूल (सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम) के साथ नमाज़ पढ़ी, तो (देखा कि) आपने अपने दाहिने हाथ को अपने बाएँ हाथ पर, सीने के ऊपर रखा।

वाइल बिन हुज्र (रज़ियल्लाहु अन्हु) से वर्णित है, वह कहते हैं कि मैंने अल्लाह के रसूल (सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम) के साथ नमाज़ पढ़ी, तो (देखा कि) आपने अपने दाहिने हाथ को अपने बाएँ हाथ पर, सीने के ऊपर रखा।

[सह़ीह़] [इसे इब्ने ख़ुज़ैमा ने रिवायत किया है ।]

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नमाज़ का तरीक़ा