मज़लूम की बददुआ से बचो, क्योंकि वह आकाश में ऐसे चढ़ती है, जैसे कि चिंगारी हो।

मज़लूम की बददुआ से बचो, क्योंकि वह आकाश में ऐसे चढ़ती है, जैसे कि चिंगारी हो।

अब्दुल्लाह बिन उमर (रज़ियल्लाहु अन्हुमा) से रिवायत है कि नबी (सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम) ने फ़रमाया : “मज़लूम की बददुआ से बचो, क्योंकि वह आकाश में ऐसे चढ़ती है, जैसे कि चिंगारी हो।”

[सह़ीह़] [इसे ह़ाकिम ने रिवायत किया है।]

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दुआ ग्रहण होने में सहायक चीज़ें तथा उसे ग्रहण न होने देने वाली वस्तुएँ