अल्लाह ने जब मखलूक़ की सृष्टि की, तो एक किताब में, जो उसके पास अर्श पर है, लिख दियाः मेरी रहमत मेरे क्रोध पर हावी…

अल्लाह ने जब मखलूक़ की सृष्टि की, तो एक किताब में, जो उसके पास अर्श पर है, लिख दियाः मेरी रहमत मेरे क्रोध पर हावी रहेगी।

अबू हुरैरा (रज़ियल्लाहु अंहु) नबी (सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम) से रिवायत करते हुए कहते हैंः "अल्लाह ने जब मखलूक़ की सृष्टि की, तो एक किताब में, जो उसके पास अर्श पर है, लिख दियाः मेरी रहमत मेरे क्रोध पर हावी रहेगी।" एक रिवायत के शब्द हैंः "मेरी रहमत मेरे क्रोध पर हावी हो गई।" जबकि एक रिवायत में हैः "मेरी रहमत मेरे क्रोध से आगे रही।"

[सह़ीह़] [इसे बुख़ारी एवं मुस्लिम ने रिवायत किया है।]

الشرح

सर्वशक्तिमान एवं महान अल्लाह ने जब सारी सृष्टियों को पैदा किया, तो एक किताब में लिख दिया, जो उसके पास अर्श पर है : निश्चय ही मेरी रहमत मेरे क्रोध से अधिक तथा उसपर हावी रहेगी। उच्च अल्लाह का फ़रमान है : "तथा मेरी दया प्रत्येक वस्तु को समोए हुए है।" यह हदीस मुस्लिम को निराश न होने की प्रेरणा देती है।

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अल्लाह के नामों और गुणों से संबंधित एकेश्वरवाद