अभिमान तथा अहंकार का हराम होना और इसका बुरा अंत

अभिमान तथा अहंकार का हराम होना और इसका बुरा अंत

अबू हुरैरा -रज़ियल्लाहु अन्हु- से वर्णित है कि नबी -सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम- ने फ़रमाया : "एक व्यक्ति खूबसूरत वस्त्र धारण करके, अभिमानी होकर अपने सिर में कंघी करते हुए चल ही रहा था कि अल्लाह ने उसे ज़मीन में धँसा दिया, तो वह प्रलय के दिन तक ज़मीन में धँसता रहेगा।"

[सह़ीह़] [इसे बुख़ारी एवं मुस्लिम ने रिवायत किया है।]

التصنيفات

फ़ज़ीलतें तथा आदाब, कुत्सित आचरण, परिधान के आदाब