क़यामत के दिन क़ुरआन और क़ुरआन वालों को लाया जाएगा, जो दुनिया में उसपर अमल किया करते थे।

क़यामत के दिन क़ुरआन और क़ुरआन वालों को लाया जाएगा, जो दुनिया में उसपर अमल किया करते थे।

नव्वास बिन समआन -अल्लाह उनसे प्रसन्न हो- कहते हैं कि मैंने अल्लाह के रसूल -सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम- को फ़रमाते हुए सुना है : "क़यामत के दिन क़ुरआन और क़ुरआन वालों को लाया जाएगा, जो दुनिया में उसपर अमल किया करते थे। क़ुरआन के आगे-आगे सूरा बक़रा तथा सूरा आल-ए-इमरान होगी, जो अपने पढ़ने वालों की ओर से तर्क-वितर्क करेगी।"

[सह़ीह़] [इसे मुस्लिम ने रिवायत किया है।]

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क़ुरआन पर ध्यान केंद्रित करने की फ़ज़ीलत