إعدادات العرض
1- एक व्यक्ति जुमा के दिन दारुल क़ज़ा (उमर- रज़ियल्लाहु अन्हु- के घर, जो उनकी मृत्यु के बाद उनके कर्ज़ की भुगतान के लिए बिक गया था) की दिशा में स्थित द्वार से मस्जिद के अंदर आया। रसूलुल्लाह- सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम- उस समय खड़े ख़ुतबा दे रहे थे।
2- नबी (सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम) वृष्टि माँगने के लिए नमाज़ पढ़ने को निकले, तो क़िबले की ओर मुँह करके दुआ की, अपनी चादर पलटी और फिर दो रकात नमाज़ पढ़ी, जिसमें ऊँची आवाज़ में तिलावत की।