उसकी नाक मिट्टी से भर जाए, जिसके पास मेरा नाम लिया गया और उसने मुझपर दरूद नहीं भेजा।

उसकी नाक मिट्टी से भर जाए, जिसके पास मेरा नाम लिया गया और उसने मुझपर दरूद नहीं भेजा।

अबू हुरैरा (रज़ियल्लाहु अंहु) कहते हैं कि अल्लाह के रसूल (सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम) ने फ़रमायाः उसकी नाक मिट्टी से भर जाए, जिसके पास मेरा नाम लिया गया और उसने मुझपर दरूद नहीं भेजा।

[सह़ीह़] [इसे तिर्मिज़ी ने रिवायत किया है। - इसे अह़मद ने रिवायत किया है।]

الشرح

इस हदीस में एक महत्वपूर्ण बात बताई गई है। वह बात यह है कि अल्लाह के नबी -सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम- पर दरूद भेजना वाजिब है। क्योंकि आपने उस व्यक्ति की नाक के मिट्टी में मिलने की बददुआ की है, जो आपका नाम सुने और आप पर दरूद न भेजे। नाक के मिट्टी में मिलने की बददुआ दरअसल शक्ति होने के बावजूद अल्लाह के रसूल -सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम- पर दरूद न भेजने की वजह से उसके अपमानित एवं तिरस्कृत होने का इशारा है।

التصنيفات

मुसीबत के समय के अज़कार