मुसलमान वह है, जिसकी ज़बान और हाथ से मुसलमान सुरक्षित रहें और मुहाजिर वह है, जो अल्लाह की मना की हुई चीज़ें छोड़ दे

मुसलमान वह है, जिसकी ज़बान और हाथ से मुसलमान सुरक्षित रहें और मुहाजिर वह है, जो अल्लाह की मना की हुई चीज़ें छोड़ दे

अब्दुल्लाह बिन अम्र और जाबिर बिन अब्दुल्लाह (रज़ियल्लाहु अनहुम) से वर्णित है कि अल्लाह के नबी (सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम) ने फ़रमाया: मुसलमान वह है, जिसकी ज़बान और हाथ से मुसलमान सुरक्षित रहें और मुहाजिर वह है, जो अल्लाह की मना की हुई चीज़ें छोड़ दे। अबू मूसा अशअरी (रज़ियल्लाहु अनहु) कहते हैं कि मैंने कहा: ऐ अल्लाह के रसूल! सबसे अच्छा मुसलमान कौन है? आपने फ़रमाया: जिसकी ज़बान और हाथ से दूसरे मुसलमान सुरक्षित रहें।

[सह़ीह़] [इसे बुख़ारी एवं मुस्लिम ने रिवायत किया है।]

الشرح

मुसलमान वह है, जिसकी ज़बान से सारे मुसलमान सुरक्षित रहें। न वह उन्हें गाली दे, न उनपर लानत करे, न उनकी ग़ीबत करे और न उनके बीच किसी प्रकार की बुराई एवं बिगाड़ पैदा करे। इसी तरह उसके हाथ से भी सारे मुसलमान सुरक्षित रहें। न वह उनपर अत्याचार करे, न नाहक़ उनका धन ले और इस प्रकार कोई अन्य कार्य करे। जबकि मुहाजिर वह है, जो अल्लाह की हराम की हुई चीज़ों को छोड़ दे।

التصنيفات

ईमान का बढ़ना और घटना, सरहनायोग्य आचरण, बात करने तथा चुप रहने के आदाब