إعدادات العرض
1- लोग उस समय तक भलाई में रहेंगे, जब तक इफ़तार करने में जल्दी करते रहेंगे।
2- हमने अल्लाह के रसूल (सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम) के साथ सहरी खाई और उसके बाद आप नमाज के लिए गए। अनस- रज़ियल्लाहु अन्हु- कहते हैं कि मैंने ज़ैद- रज़ियल्लाहु अन्हु- से पूछा कि सहरी और अज़ान के बीच कितना अंतराल था? उन्होंने उत्तर दियाः पचास आयतें पढ़ने के बराबर।
3- तुम सहरी खाया करो, क्योंकि सहरी में बरकत है।
4- हमारे और अह्ले किताब के रोज़ों में अंतर, सहरी खाना है।
5- जो किसी रोज़ेदार को इफ़तार करवाता है, उसे भी रोज़ा रखने वाले के समान पुण्य मिलता है
6- मुहम्मद (सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम) के दो सहाबी ऐसे हैं जो नेकी के काम में कोताही नहीं करते।
7- अल्लाह के रसूल (सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम) नमाज़ से पहले कुछ ताज़ा खुज़ूर खाकर इफ़तार करते थे।