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फ़िक़्ह तथा उसूल-ए-फ़िक़्ह - الصفحة 2
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21- जिस बंदे के दोनों क़दमों में अल्लाह के मार्ग की धूल लगेगी, उसे जहन्नम की आग छू नहीं सकती।
24- जिसने दो ठंडे समय की नमाज़ें पढ़ीं, वह जन्नत में जाएगा।
28- “दूध पीने से वह रिश्ते हराम हो जाते हैं, जो जन्म के कारण से हराम होते हैं।”
53- जिसने सूरा-ए-फ़ातिहा नहीं पढ़ी, उसकी नमाज़ ही नहीं।
55- तुममें से जो जुमे की नमाज़ के लिए आए, वह स्नान कर ले।
63- तुम सब रक्षक हो और तुम सब से तुम्हारे मातहतों के बारे में पूछा जाएगा।
75- अल्लाह के रसूल (सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम) ने सोने को चाँदी के बदले में उधार बेचने से मना फ़रमाया है।
84- अल्लाह के नबी (सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम) किसी महीने में शाबान से अधिक रोज़ा (उपवास) नहीं रखते थे
85- वह व्यक्ति जहन्नम में प्रवेश नहीं करेगा, जिसने सूरज निकलने और सूरज डूबने से पहले नमाज़ पढ़ी।
96- ''तुममें से हर एक के साथ अल्लाह बात करेगा, इस तरह कि उसके और उसके रब के बीच कोई अनुवादक न होगा।
98- समुद्र का पानी पाक करने वाला है और उसका मरा हुआ जानवर हलाल है।
99- जब पानी दो क़ुल्लाह हो, तो वह गंदगी का प्रभाव ग्रहण नहीं करता।
