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फ़ज़ीलतें तथा आदाब - الصفحة 3
फ़ज़ीलतें तथा आदाब - الصفحة 3
9- कंजूस वह व्यक्ति है, जिसके सामने मेरा नाम लिया जाए और वह मुझपर दरूद न भेजे।
19- अज़ान तथा इक़ामत के बीच की जाने वाली दुआ रद्द नहीं होती।
25- ऐ अल्लाह, ऋण के बोझ तथा शत्रुओं के हावी होने और दुश्मनों के हँसने से, मैं तेरी पनाह चाहता हूँ।
32- “सय्यदुल इस्तिग़फार (सर्वश्रेष्ठ क्षमायाचना)
48- तीन प्रकार के लोगों से अल्लाह क़यामत के दिन न बात करेगा, न उन्हें पवित्र करेगा और न उनकी ओर देखेगा।
50- अल्लाह के निकट सबसे घटिया और तुच्छ व्यक्ति वह है, जो शहंशाह कहलवाए। वास्तविक बादशाह तो बस अल्लाह है।
52- क्या तुम जानते हो कि झूठ तथा मिथ्यारोपन क्या है? यह लोगों के बीच लगाई-बुझाई की बातें करते फिरना है।
75- क्या तुम जानते हो कि निर्धन कौन है?
78- जो व्यक्ति मेरे हवाले से कोई बात बताए और उसे लगता हो कि वह झूठ है, तो वह झूठों में से एक है।
97- एक मर्द दूसरे मर्द के गुप्तांग और एक महिला दूसरी महिला के गुप्तांग को न देखे