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अक़ीदा - الصفحة 3
अक़ीदा - الصفحة 3
5- उसने कभी यह नहीं कहा : ऐ मेरे रब! प्रतिफल के दिन मेरे गुनाह माफ़ कर देना।
8- सारी प्रशंसा अल्लाह की है, जिसने शैतान के फ़रेब को बुरे ख़याल की ओर फेर दिया।
11- तुम अपनी पिछली नेकियों के साथ मुसलमान हुए हो।
19- क़यामत उस समय तक नहीं आएगी, जब तक समय इतना सिकुड़ न जाए
23- उस हस्ती की क़सम, जिसके हाथ में मुहम्मद की जान है, उसके बर्तन आकाश के तारों एवं ग्रहों से अधिक होंगे
24- क़यामत के दिन मौत को एक चितकबरे मेंढे
25- तुम्हारी आग जहन्नम की आग के सत्तर भागों में से एक भाग है
27- हर चीज़ तक़दीर के अनुसार सामने आती है, यहाँ तक कि अक्षमता तथा सक्षमता भी या सक्षमता तथा अक्षमता भी।
29- और मैं साद बिन अबी बक्र नामी क़बीले से ताल्लुक़ रखता हूँ।
32- अल्लाह के रसूल सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम पर चालीस साल की उम्र में
33- यहूदी वह लोग हैं, जिनपर अल्लाह का प्रकोप हुआ और ईसाई वह लोग हैं, जो गुमराह हैं।
35- जिसने उसे दुनिया में पैरों पर चलाया, क्या वह क़यामत के दिन उसे चेहरे के बल चला नहीं सकता?
36- आप ला इलाहा इल्लल्लाह कह दें, मैं क़यामत के दिन आपके लिए इसकी गवाही दूँगा
38- उसके पास जाओ और उसे बता दो कि वह जहन्नमी नहीं, बल्कि जन्नती है।
39- {ثُمَّ لَتُسْأَلُنَّ يَوْمَئِذٍ عَنِ النَّعِيمِ}
41- तुम लिखा करो। उस हस्ती की क़सम, जिसके हाथ में मेरी जान है, इस (मुंह) से केवल सत्य ही निकलता है।
81- क़यामत के दिन सूरज को मख़लूक़ से इतना निकट कर दिया जाएगा कि उनसे केवल एक मील की दूरी पर रह जाएगा।